फोटो : फाइल फोटो
काठमांडू , 12 सितंबर 2025
रिपोर्ट : एडिटर
नेपाल में शुक्रवार को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही नेपाल में इतिहास भी बन गया है । सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला अंतरिम पीएम बनी हैं। फिलहाल किसी और को मंत्री नहीं बनाया गया है।
शीतल निवास में हुए शपथग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति रामसहाय यादव, प्रधान न्यायाधीश प्रकाश सिंह रावत, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. बाबूराम भट्टराई, सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल, मुख्य सचिव एकनारायण अर्याल और काठमांडू के मेयर बालेन शाह मौजूद रहे. कार्की के पति दुर्गा सुवेदी भी समारोह में उपस्थित थे।
राष्ट्रपति ने ऐलान किया है कि अगले छह महीनों के भीतर संसद का नया चुनाव कराया जाएगा। वहीं, Gen-Z प्रदर्शनकारियों इस सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि वे सरकार में शामिल नहीं होंगे, लेकिन सरकार के कामकाज की निगरानी करेंगे।
सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस भी रह चुकीं हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
सुशीला कार्की का न्यायिक कार्यकाल कई राजनीतिक रूप से संवेदनशील और सामाजिक रूप से प्रभावशाली फैसलों के लिए जाना जाता है। साल 2016 में वह नेपाल सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनी थीं। अब, नौ साल बाद, केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद उन्हें अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। यह कदम हालिया हिंसक प्रदर्शनों के बीच नेपाल में स्थिरता लाने की कोशिश माना जा रहा है।
संसद भंग करने का विरोध:-
राष्ट्र्पति द्वारा संसद भंग करने के फैसले का राजनीतिक दलों ने विरोध शुरू कर दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल के महासचिव शंकर पोखरेल ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
पोखरेल ने देशवासियों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की है।
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