फोटो : फाइल फोटो
नीमकाथाना , 06 अगस्त 2025
रिपोर्ट : किशोर सिंह लोचिब
प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा नीमकाथाना दौरे पर रहे । यहां उन्होंने सिरोही नदी के पास नर्सरी में एक पेड़ मां के नाम वृक्षारोपण कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान माइनिंग एंड क्रेशर वेलफेयर सेवा समिति ने विभिन्न मांगों को लेकर मंत्री संजय शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
कार्यक्रम में मंत्री संजय शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अगर कोई कर रहा है तो वह हमारे वृक्ष हैं।उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने इसी बात लेकर जलवायु परिवर्तन की जो समस्या है जो राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरा विश्व ही भुगत रहा है । कही तापमान बहुत अधिक हो जाता है, कही तापमान बहुत कम हो जाता है, कही बारिश अधिक हो जाती है तो कही बहुत कम होती है और गत वर्ष तो तापमान 50 प्रतिशत अधिक पहुंच गया था ।
मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस पर आग्रह किया कि एक पौधा अपनी मां के नाम जरूर लगाए। इसी को लेकर यह अभियान चल रहा है ।उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है कि प्रधानमंत्री के मन में ये भाव निश्चित रूप से आया होगा कि जिस प्रकार से मां-अपने बेटा बेटी का लालन पोषण करती हैं। बिना किसी भेदभाव के वह खुद गिले में रहकर बेटे बेटी को सूखे में सुलाती है और अच्छे संस्कार देती है कि अच्छा नागरिक बने । उसे प्रोत्साहित करती है और उसके लालन पालन में ये नहीं देखती है कि सर्दी है या गर्मी बारिश है । लेकिन एक मां यह नहीं देखी है वह अपने बेटा एवं बेटी का लालन पालन करती है ।
पौधा लगाने के बाद हमने भी उसका संरक्षण उसी प्रकार करे तो निश्चित रूप से आज जो हम यह पौधा लगा रहे हैं । आने वाले समय में वह वृक्ष के रूप में स्थापित होगा और बहुत बड़ी सौगात आने वाली पीढ़ी को प्रकृति के संरक्षण मिलेगी।
नीमकाथाना जिले का जिक्र नही :-
मंत्री संजय शर्मा ने अपने पुरे भाषण में सिर्फ वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण पर बात की । उन्होंने ना तो विपक्षी नेताओ पर कोई बात की और ना ही नीमकाथाना जिले पर कोई शब्द बोला । जब मीडियाकर्मियों ने मंत्री से बात करनी चाही तो उन्होंने मना कर दिया ।
बाजोर बोले - जमीन खली करवाए :-
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली कांग्रेस की सरकार ने नीमकाथाना की 200 बीघा जमीन सवाईचक भूमि लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर बेच दी । अब वह जमीन गौचर में हो गई ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले दिनों ही आदेश जारी किया है कि गोचर भूमि को खाली करवाया जाएगा । नीमकाथाना में गोचर भूमि को खाली करवाने पर करीब 10000 लोगों को नीमकाथाना से पलायन करना पड़ेगा। यह नीमकाथाना के लिए बहुत बड़ी समस्या है । उन्होंने मंत्री को इस समस्या के समाधान को लेकर सहयोग मांगा।
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