फोटो : फाइल फोटो
जयपुर, 13 सितंबर 2025
रिपोर्ट : एडिटर
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बयान से प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई । डोटासरा ने विधानसभा में लगे दो हिडन कैमरे को लेकर विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि स्पीकर महिलाओं को देखना चाहते है। कैसी वेशभूषा और कैसी अवस्था में बैठी है और क्या बात कर रही है। केवल महिलाओं पर ज्यादा फोकस है। शर्म नहीं आती ऐसे व्यक्ति को डूब कर मर जाना चाहिए।
कांग्रेस 'वोट चोरी' के मुद्दे पर 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक अभियान चलाने जा रही है। इसी को लेकर राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी राजस्थान दौरे पर हैं। पीसीसी मुख्यालय में जिला अध्यक्ष, संभाग प्रभारी, विधानसभा प्रभारिंयो के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पीकर को लेकर बयान दिया।
डोटासरा ने की जांच की मांग :-
उन्होंने विधानसभा स्पीकर देवनानी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्पीकर रेस्ट रूम में बैठकर महिलाओं को देखते हैं। डोटासरा ने विधानसभा में लगे दो हिडन कैमरों को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठा हुआ आदमी हमारी प्रतिपक्ष की बहनों पर कैमरे लगाकर अपने रेस्ट रूम में एक्सेस अपने पास रखता है।
पलटवार :-
इस पर देर शाम विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने डोटासरा पर पलटवार किया। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा- "जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी"।
वहीं डोटासरा के बयान को डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कांग्रेस नेताओं की ओछी मानसिकता बताया है। दीया कुमारी ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिए गए शर्मनाक बयानों से उनकी संकीर्ण और महिलाओं के प्रति असंवेदनशील मानसिकता साफ झलकती है।
गहलोत ने बताया सीरियस मामला :-
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले को लेकर कहा कि ये बहुत सीरियस मामला है। दो कैमरा एक्स्ट्रा लगा दिए और उसका जो कंट्रोल सिस्टम है वो स्पीकर ने अपने चैंबर में रखा है। खाली वो खुद देख सकते हैं या उनका प्राइवेट सेक्रेटरी देख सकता है, ये तो बहुत बड़ा क्राइम किया गया है। इसको तो जांच होनी चाहिए।
बता दें कि विधानसभा में लगे दो हिडन कैमरों का मु्द्दा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राजस्थान विधानसभा में उठाया था। जूली ने स्पीकर से सवाल किया कि अतिरिक्त कैमरों का एक्सेस किसके पास है और ये कैमरे सदन स्थगित होने के बाद भी क्यों चालू रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये कैमरे विपक्ष की निगरानी के लिए लगाए गए हैं। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राज्यपाल को इसकी शिकायत भी की है और राज्यपाल से जांच की मांग की है।
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