फोटो : फाइल फोटो
जयपुर , 15 सितंबर 2025
रिपोर्ट : एडिटर
राजस्थान विधानसभा में सीसीटीवी कैमरों को लेकर विवाद कम होने की बजाय बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। सोमवार को कांग्रेस की महिला विधायकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष पर निजता का हनन करने का गंभीर आरोप लगाया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनूपगढ़ विधायक शिमला नायक और भोपालगढ़ विधायक गीता बरवड़ ने अपनी बात रखी। दोनों विधायकों ने विधानसभा में लगे अतिरिक्त कैमरों की जरूरत और उनके उपयोग पर सवाल उठाए, साथ ही इनके नियंत्रण और रिकॉर्डिंग की पारदर्शिता पर जवाब मांगा।
किसकी अनुमति से लगाए ;-
विधायक शिमला नायक ने कहा कि विधानसभा में पहले से ही नौ कैमरे कार्यवाही को रिकॉर्ड करने के लिए पर्याप्त हैं, फिर दो अतिरिक्त कैमरे क्यों लगाए गए? उन्होंने सवाल किया कि इन कैमरों का कंट्रोल किसके पास है? रिकॉर्डिंग कौन करता है और किसकी अनुमति से ये लगाए गए हैं? उन्होंने मांग की कि यदि ये कैमरे सदन की कार्यवाही के लिए हैं तो उनकी रिकॉर्डिंग दिखाई जाए।
शिमला नायक ने कहा कि धरना देना क्या कुकृत्य है? हम सभी भाई-बहन की तरह वहां बैठकर बातचीत करते हैं। क्या हमारी निजी बातों की मॉनिटरिंग की जा रही है? इन कैमरों का एक्सेस किसके पास है? उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर वे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में संघर्ष जारी रखेंगी।
अतिरिक्त कैमरों की जरूरत नहीं:-
वहीं, विधायक गीता बरवड़ ने कहा कि अतिरिक्त कैमरों की कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि नौ कैमरों की लाइव रिकॉर्डिंग पहले से ही उपलब्ध है। उन्होंने सवाल उठाया कि इन दो अतिरिक्त कैमरों की रिकॉर्डिंग सार्वजनिक क्यों नहीं की जाती और इसका एक्सेस विधानसभा अध्यक्ष के रेस्ट रूम और सत्तापक्ष के मंत्रियों के कक्ष में क्यों है? बरवड़ ने बताया कि ये कैमरे ठीक उन सीटों के ऊपर लगे हैं, जहां कांग्रेस की चार महिला विधायक बैठती हैं।
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