फोटो : फाइल फोटो
झुंझुनू , 15 अक्टूबर 2025
रिपोर्ट : एडिटर
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) ने 32 साल से फर्जी TC के द्वारा नौकरी लगे चालक को सेवा से बर्खास्त कर दिया है । साथ ही विभाग ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
आरोपी चालक के खिलाफ शिकायत मिलने पर जांच में शामिल होने के लिए बुलाया, लेकिन वो एक बार भी हाजिर नहीं हुआ। अब 32 साल बाद विभाग ने जयपुर आगार में कार्यरत ड्राइवर सतवीर सिंह को सेवा से बर्खास्त किया है। साथ ही एफआईआर दर्ज कराई है।
आरोप है कि सतवीर ने 8वीं क्लास का फर्जी ट्रांसफर सर्टिफिकेट लगाकर सरकारी नौकरी ली थी। विभाग जाँच के दौरान नोटिस दिए गए, लेकिन आरोपी और उसकी पत्नी ने घर आए नोटिसों को लेने से इनकार कर दिया।
मामला झुंझुनूं जिले के सौंथली गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल का है। स्कूल प्रिंसिपल ने पत्र क्रमांक 952 के जरिए 2 नवंबर 2022 में पुष्टि की कि सतवीर सिंह के नाम से जिस एसआर नंबर 1071 की टीसी प्रस्तुत की गई, वो फर्जी है।
इस नंबर पर स्कूल रजिस्टर में 'प्रभाती लाल शर्मा' नामक छात्र का रिकॉर्ड दर्ज है। यानी सतवीर का नाम स्कूल रिकॉर्ड में कभी रहा ही नहीं।
जांच में फर्जीवाड़ा साबित, एफआईआर दर्ज:-
मुख्य प्रबंधक कार्यालय ने पूरी फाइल, स्कूल से प्राप्त रिपोर्ट, आरोपी के बयान और दस्तावेजों का अध्ययन किया। जिसमे पाया कि सतवीर सिंह ने 1993 में ड्राइवर पद पर नियुक्ति लेते समय 8वीं क्लास पास का फर्जी सर्टिफकेट लगाया था। इस आधार पर जांच अधिकारी ने नियुक्ति आदेश को 'शुरुआत से ही शून्य' (ab initio void) माना है।
नौकरी से बर्खास्त :-
जयपुर आगार के मुख्य प्रबंधक नवीन तिवाड़ी ने 29 सितंबर 2025 को एक आदेश जारी कर सतवीर सिंह की नियुक्ति को शुरू से ही अमान्य मानते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया।
इसके बाद 14 अक्टूबर 2025 को जयपुर आगार से थानाधिकारी विधायकपुरी, जयपुर को रिपोर्ट भेजी गई। इसमें फर्जी दस्तावेजों से नौकरी प्राप्त करने पर एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध किया गया। रिपोर्ट में लिखा गया- सतवीर सिंह ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर निगम में ड्राइवर पद पर नियुक्ति ली, ऐसे में इनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए। आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट निगम के प्रतिनिधि बाबूलाल निवासी बुनकर कॉलोनी, झोटवाड़ा ने दी।
खबरों के लिए सिर्फ हिंदुस्तान डिजिटल न्यूज़, व्हाट्स ऐप्प No. 9358447558
Leave a Comment