एजुटेक सीरिज : अध्याय -05, भाग - 01 : अंक -01 : दो या दो से अधिक वर्णों के मेल को संधि कहां जाता है, आपको नोट्स बनाकर भेजने से हमे टॉपिक भी याद हो जाता है:-अमित सिंह शेखावत

फोटो  : प्रतीकात्मक  ।

जयपुर , 11 मई
रिपोर्ट  : एजुटेक टीम


पाठकों द्वारा की जा रही मांग पर हमने प्रतियोगी परीक्षाओं के ये अंक विशेष रूप से तैयार किया है। इसके लिए विभिन्न कोचिंग संस्थान, एजुकेशन यु ट्यूब चेनल और शिक्षकगण आगे आये है । अभी हम सोमवार , बुधवार और शुक्रवार ही को ये अंक ला रहे है ।

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फीडबैक : मुझे आपका ये तरीका बहुत ही अच्छा लगा है , आपको नोट्स बनाकर भेजने से हमे टॉपिक भी याद हो जाता है , हिंदुस्तान डिजिटल न्यूज़ के फाउंडर भाई किशोर लोचिब का बहुत बहुत धन्यवाद  जो आपने ऐसी पहल की , भाई आपसे एक अनुरोध है कि न्यूज़ का एप प्ले स्टोर पर डलवाए ।
     अध्याय -05, भाग - 01 :  अंक -01
                 विषय : हिंदी 
                      संधि
संधि की परिभाषा = 
दो या दो से अधिक वर्णों के मेल को  संधि कहां  जाता है ।

संधि के प्रकार - संधि के तीन प्रकार होते है ।
स्वर संधि
व्यंजन संधि
विसर्ग संधि,

स्वर संधि (दो या दो से अधिक स्वरो के मेल को स्वर संधि कहा जाता है ।

स्वर संधि के प्रकार- स्वर संधि के पांच प्रकार होते है ।
दीर्घ संधि
गुण संधि
वृद्धि संधि
यण संधि
अयादि संधि

हिंदी में कुल 10 स्वर है जैसे :- अ,आ,इ,ई,उ,ऊ,ए,ऐ,ओ,औ)
लेकिन ऋ का प्रयोग भी हिन्दी मे होता है|

ह्रस्व स्वर(अ,इ,उ)
दीर्घ स्वर (आ,ई,ऊ)।

दीर्घ संधि (दो समान स्वर मिलकर दीर्घ  हो जाते हैं ,क्रमशः आ,ई,ऊ)

पहचान:-
हमेशा इसमे दीर्घ होगा,विच्छेद भी वही से करना है।

अ+अ=आ
          युगांतर=युग+ अंतर
         गीतांजलि=गीत+अंजलि
अ+आ=आ
         
आमाशय=आम+आशय
            दीपाधार=दीप+आधार
आ+अ=आ
         
पुरावशेष=पुरा+अवशेष
           रचनावली=रचना+अवली
आ+आ=आ
         
महाशय=महा+आशय
           निशानन=निशा+आनन
इ+इ=ई
       
रवीन्द्र=रवि +इन्द्र
         अतीव=अति+इव
इ+ई=ई
       
अभीप्सा=अभि+ईप्सा
         कपीश=कपि+ ईश
ई+इ=ई
      
  महीन्द्र=मही+ इन्द्र
         महतीच्छा=महती+इच्छा
ई+ई=ई
       
रजनीश=रजनी+ईश
         सतीश=सती+ईश
उ+उ=ऊ
       
भानूदय=भानु+उदय
          मंजूषा=मंजु+उषा
उ+ऊ=ऊ
  सिंधूर्मि=सिंधु+ऊर्मि
   लघूर्मि=लघु+ऊर्मि
ऊ+उ=ऊ
        
भूपरि=भू +उपरि
          चमूत्साह=चमू+उत्साह
ऊ+ऊ=ऊ
        
सरयूर्मि=सरयू+ऊर्मि
          भूर्जा=भू+ऊर्जा

अपवाद = (रामायण=राम+ अयन,क्योकि इसमे व्यंजन संधि भी है,न का ण हो रहा है) ।


अगला अंक शुक्रवार  को । अपनी राय व्हाट्स ऐप्प 9358147558 पर दे सकते है । 

सोर्स :  डिजिटल लायब्रेरी
लेखिक : अमित सिंह शेखावत
योग्यता : एम ए  , बीएड,

खबरों के लिए सिर्फ हिंदुस्तान डिजिटल न्यूज़, व्हाट्स ऐप्प No. 9358147558

 

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