फोटो :फाइल फोटो
नागपुर , 10 जून 2024
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की चुनाव बाद पहली प्रतिक्रिया सामने आई है । भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर कहा कि मणिपुर एक साल से शांति की राह देख रहा है। बीते 10 साल से राज्य में शांति थी, लेकिन अचानक से वहां गन कल्चर बढ़ गया। जरूरी है कि इस समस्या को प्राथमिकता से सुलझाया जाए।
बता दे कि भागवत सोमवार को नागपुर में संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन में शामिल हुए। यहां भागवत ने चुनाव, राजनीति और राजनीतिक दलों के रवैये पर खुलकर बात की। भागवत ने जो बाते कही उनको लेकर राजनितिक पंडितो का कहना है कि भागवत ने इशारो ही इशारो में सन्देश दे दिया है ।
भागवत ने कहा कि जो मर्यादा का पालन करते हुए कार्य करता है, गर्व करता है, किन्तु लिप्त नहीं होता, अहंकार नहीं करता, वही सही अर्थों मे सेवक कहलाने का अधिकारी है। भागवत ने इस तरह की बाते पहली बार कही है । इसी तरह की बाते विपक्ष कहता आ रहा है ।
भागवत ने लोकसभा चुनाव में पहली बार सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से खुलकर आचार संहिता का मखौल उड़ाते हुए भाषा का प्रयोग किया गया , ऐसा पहले कभी नही हुआ । भगवत ने यह चुनाव ऐसे लड़ा गया, जैसे यह युद्ध हो। जिस तरह से चीजें हुई हैं, जिस तरह से दोनों पक्षों ने कमर कसकर हमला किया है, उससे विभाजन होगा, सामाजिक और मानसिक दरारें बढ़ेंगी।
उन्होंने कहा कि जब चुनाव होता है तो मुकाबला जरूरी होता है। इस दौरान दूसरों को पीछे धकेलना भी होता है, लेकिन इसकी एक सीमा होती है। यह मुकाबला झूठ पर आधारित नहीं होना चाहिए।
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