फोटो :फाइल फोटो
जयपुर , 09 सितम्बर 2024
राजस्थान में पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए 17 नए जिलों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बड़ा बयान दिया है। नवगठित जिलों को लेकरराठौड़ ने कहा - 6-7 जिले हम समाप्त करेंगे। राठौड़ ने कहा- तत्कालीन सरकार ने कई गलत जिले बना दिए। एक-एक विधानसभा के जिले बना दिए गए। सांचौर एक विधानसभा का जिला है। केकड़ी सहित ऐसे कई जिले बना दिए, जो सिर्फ तुष्टीकरण करने के लिए बनाए गए हैं। हम इन्हें हटाएंगे।
राठौड़ ने कहा- नए जिलो की समीक्षा के लिए हमने एक कमेटी बनाई है, जिसने अध्ययन भी किया है। हालांकि कई जिलों की मांग वाजिब है, लेकिन जिनकी मांग नहीं है, उन्हें हम हटाएंगे। जिनकी जरूरत नहीं है, वहां क्यों जिले बनाए गए। सिर्फ जनप्रतिनिधियों को खुश करने के लिए कुछ जिले बना दिए गए। जनता में भी इसका विरोध है। ऐसे 6-7 जिले हैं, जिन्हें हम समाप्त करेंगे।
बता दे कि भजनलाल सरकार ने नए जिलो की समीक्षा के लिए सेवानिवृत्त आईएएस ललित के. पंवार की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट पर 2 सितम्बर को उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के संयोजन वाली कैबिनेट की सब-कमेटी ने बैठक की। बैठक का मुख्य उद्देश्य नए जिलों के गठन पर पुनर्विचार करना था। हालांकि, बैठक में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया, लेकिन छोटे जिलों की संख्या में कटौती के संकेत जरूर मिले थे ।
अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने नए जिलों को लेकर बड़ा बयान दिया है। राठौड़ के बयान ने हिंदुस्तान डिजिटल न्यूज़ एप की रिपोर्ट पर भी मुहर लगा दी । जिसमे हमने आपको बताया था कि राज्य 6-8 जिलो पर ही संकट है । इसलिए आपका नेटवर्क एक बार फिर सटीक साबित हुआ ।
छोटे जिलों पर सवाल:-
बैठक के बाद जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने छोटे जिलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि “एक विधानसभा क्षेत्र जितने इलाके को जिला बना दिया तो फिर तो 200 जिले बन जाएंगे।” उन्होंने कहा कि जिलों के गठन में जनसंख्या जैसे मापदंडों को ध्यान में रखना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि एक जिले को बनाने में लगभग 2000 करोड़ रुपए का खर्चा आता है, जो कि प्रशासनिक संसाधनों की कमी की स्थिति में और बढ़ सकता है।
छोटे जिलों पर संकट:-
भाजपा अध्यक्ष के बयान के बाद दूदू, केकड़ी, सलूम्बर, शाहपुरा और सांचोर जैसे छोटे जिलों पर संकट के बादल छा गए है । ऐसे 6 से 8 जिलो को रद्द किया जा सकता है। जानकारों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष के बयान के बाद सांचौर, केकड़ी, दूदू, डीग, भिवाड़ी-खैरथल, गंगापुर सिटी और अनूपगढ़ पर संकट के बादल छा गए है । सूत्रों के अनुसार सरकार इन जिलो को समाप्त करने की तैयारी में है ।
कमेटी की रिपोर्ट:-
पंवार कमेटी ने जिन 17 नए जिलों का परीक्षण किया, उनमें अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली, बालोतरा, जयपुर शहर, खैरथल, ब्यावर, नीमकाथाना, डीग, जोधपुर शहर, फलौदी, डीडवाना, सलूंबर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा शामिल हैं। इन जिलों के अलावा राजस्थान में बने तीन नए संभाग—बांसवाड़ा, पाली और सीकर—की भी समीक्षा की गई है।
अगले 15 दिन में होगी अगली बैठक:-
कमेटी की अगली बैठक 15 दिन बाद होगी, जिसमें नए जिलों को लेकर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। रिपोर्ट के आधार पर यह संभव है कि छोटे जिलों को बड़े जिलों में मिलाकर प्रशासनिक दक्षता और खर्च में कटौती की जाए।
शाह को पत्र :-
नए जिलो की सीमा बदलाव करने के लिए मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है । दरसल फ़िलहाल जनगणना विभाग की रोक के चलते किसी भी प्रकार का बदलाव सम्भव नही है । सीएम भजनलाल द्वारा शाह को लिखे पत्र से साफ है कि अगले 2-3 महीने में नए जिलो पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है ।
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