फोटो :फाइल फोटो
नीमकाथाना , 10 सितम्बर 2024
मंगलवार को नीमकाथाना नगर परिषद सभागार में मास्टर प्लान 2041 को लेकर उप सभापति महेश मेगोतिया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई । बैठक में नगर नियोजन की टीम ने मास्टर प्लान को लेकर चर्चा की और लोगो से सुझाव मांगे गए ।
बता दे कि नीमकाथाना के जिला बनने के कारण जिले के अनुरूप सुविधाओं को विकसित किए जाने के कारण नगर नियोजन विभाग की ओर से मास्टर प्लान वर्ष 2041 पर काम किया जा रहा है। जिसको लेकर नगर परिषद सभागार में बैठक आयोजित हुई। मास्टर प्लान को लेकर हुई बैठक में लोगों ने सुझाव भी दिए। लोगों ने सुझाव देते हुए कहा कि मास्टर प्लान में घरों के जगह पर सरकारी अस्पताल दिखा दिया गया , श्मशान भूमि की जगह आवासीय दिखाया गया है।
लोगो ने पूर्व में लागु मास्टर प्लान पर कई आपत्तियां जताई । नगर परिषद के उपसभापति महेश मेगोतिया ने कहा कि 2012 में जो मास्टर प्लान लागू किया गया उसमें नगर पालिका की सहमति नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद उसे सरकार ने जबरन लागू किया।
उन्होंने कहा - इस मास्टर प्लान में कई कमियां थी। आबादी क्षेत्र को सरकारी कार्यालय तक दर्शाया गया। इसके साथ ही मोदी बाग में हॉस्पिटल दर्शाया गया जो कि दूर-दूर तक नहीं है। पूर्व पालिका अध्यक्ष त्रिलोक चंद दीवान ने मास्टर प्लान को लेकर सर्वे वापस करवाने की मांग की।
भाजपा नेता बाबूलाल गुर्जर ने बैठक में कहा कि मास्टर प्लान में पेरा फेरी क्षेत्र में मौका स्थिति देखकर मास्टर प्लान को तैयार किया जाए। इसके साथ ही अनेक लोगो ने अपने सुझाव दिए । लोगो ने कहा - धरातल के अनुसार प्लान तैयार किया जाए ।
नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि पहले जो मास्टर प्लान बना था वह बिना नगरपालिका की सहमति बना था, जिसमे कई कमियां थी जिससे की नीमकाथाना के लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिससे कि कई लोगों के पट्टे नहीं बन पाए। विधयक मोदी ने रास्तो को लेकर भी सुझाव दिए ।
इस दौरान आयुक्त सुरेश मीणा, तहसीलदार महेश ओला, पूर्व पालिका अध्यक्ष त्रिलोक दीवान, महेंद्र गोयल, पार्षद मदनलाल, पूर्व सरपंच बाबूलाल गुर्जर, पार्षद शाकिर अली सहित कई लोग मौजूद रहे।
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