फोटो :फाइल फोटो
टोंक , 14 नवंबर 2024
रिपोर्ट : न्यूज़ टीम
जिले के देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर मतदान के दौरान हुए बवाल और रात भर हुई हिंसा के बाद पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को गिरप्तार कर लिया है । इससे पहले नरेश मीणा ने मीडिया से कहा कि मैं यहां गिरफ्तारी देने आया हूं और पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा आरोप लगाया कि पुलिस ने बहुत बर्बरता की, हमने जवाबी कार्रवाई भी की, कल दिन में कलेक्टर आ जाती मौके पर तो कुछ नहीं होता। मीणा ने कहा कि वह पुलिस कस्टडी से नहीं भागे थे।
मीणा ने कहा - सुबह 9 बजे मुझे सूचना मिली कि इस गांव ने चुनाव का बहिष्कार किया है। अधिकारी ने दो लोगों को जबरन मतदान करवाकर उनका बहिष्कार खत्म करवाया। जब मैंने लोगों से मतदान करने का आग्रह किया तो मुझे बताया गया कि जब तक कलेक्टर आकर उन्हें आश्वासन नहीं देते, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरा प्रशासन भाजपा सरकार के निर्देश पर भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा था। SDM ने तीन लोगों को धमकाकर जबरन मतदान करवाया। मैंने बूथ कार्यकर्ताओं से पूछा कि यह किसने किया, तो उन्होंने SDM का नाम लिया, इसलिए मैंने उन्हें थप्पड़ मार दिया। इसके बाद मैंने अपना विरोध जारी रखा और प्रशासन से कोई भी बूथ पर नहीं आने के बाद मैं पूरी तरह से शांत हो गया। हमने SP से आने के लिए कहा, लेकिन वे भी नहीं आए।
उन्होंने कहा - जब मैं अपना खाना लेने गया तो SP ने मुझे हिरासत में लेकर पुलिस वैन में डाल दिया, जिसके बाद पथराव शुरू हो गया। पुलिस तुरंत भाग गई। आंसू गैस और मिर्ची बम फेंके गए। मुझे बचाने के लिए मेरे समर्थक मुझे पड़ोसी गांव ले गए। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वे सभी निर्दोष हैं। मुझे किरोड़ी लाल मीणा के अलावा किसी से कोई उम्मीद नहीं है।
बता दें कि बवाल की शुरुआत थप्पड़कांड से हुई थी। दरअसल निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने एरिया मजिस्ट्रेट (एसडीएम मालपुरा) अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया था। देर रात हुए हंगामे व पथराव के बीच नरेश मीना मौके से गायब हो गए थे। गांवों के चारों ओर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थानीय निवासी के अलावा किसी अन्य को गांव में जाने के लिए प्रवेश नहीं दिया। वहीं शाम तक निर्दलीय प्रत्याशी और ग्रामीण धरने पर थे। उनको घेर कर पुलिस खड़ी की थी।
क्या था मामला:-
नगरफोर्ट तहसील की ग्राम पंचायत कचरावता के समरावता गांव में जबरन वोटिंग का विरोध करते हुए नरेश मीना ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया। बहस के दौरान एरिया मजिस्ट्रेट व मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी के साथ विवाद बढ़ गया और नाराज होकर नरेश मीना ने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उन्होंने प्रशासन के खिलाफ धरना शुरू कर दिया। मामले को बढ़ता देख प्रशासन ने मौके पर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता बुलाया और स्थिति पर काबू पाया।
अजमेर रेंज IG क्या बोले :-
आईजी रेंज ओम प्रकाश विशाल बंसल ने कहा, "कल की घटना के बाद 4 प्रकरण दर्ज़ करके अभी तक 60 लोगों की गिरफ़्तारी की गई है। बाकी लोगों को भी गिरफ़्तार करने की कार्रवाई की जा रही है।घटना में 10 पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं हैं, कुछ ग्रामीणों को भी चोटें आईं हैं। सरकारी वाहनों के अलावा कुछ निजी वाहन और बाइक भी इसमें जली हैं। अपराधी(नरेश मीणा) के खिलाफ भी मामला दर्ज़ हुआ है। इसके खिलाफ दर्ज़नों मामले दर्ज़ हैं, उस सभी प्रकरणों में इसे गिरफ़्तार करेंगे।"
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