फोटो :फाइल फोटो
जयपुर , 26 नवंबर 2024
रिपोर्ट : एडिटर
फोन टैपिंग मामले में सोमवार को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरप्तार लोकेश शर्मा पहली बार अपनी गिरफ्तारी पर खुलकर बोले । उन्होंने कहा कि पहले तो मै साफ कर दू कि मुझे अग्रिम जमानत मिल चुकी है और मैंने हमेशा कहा है कि फोन टैपिंग से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैंने केवल पेन ड्राइव की सामग्री को प्रसारित करने के आदेशों का पालन किया है।
फोन टैपिंग मामले पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने कहा - 21 नवंबर को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मेरी याचिका पर मुझे अग्रिम जमानत दे दी। इस अग्रिम जमानत के अनुसार, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के द्वारा गिरफ्तारी के बाद मुझे रिहा कर दिया गया।
उन्होंने कहा - मार्च 2021 में तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मेरे खिलाफ FIR दर्ज करवाई दिल्ली में और उस FIR को ख़ारिज करवाने के लिए मैंने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की हुई थी और वो याचिका पिछले तीन साल से लंबित चल रही थी । उस पर सुनवाई चल रही थी लगातार तो 14 नवंबर को सुनवाई थी , उस सुनवाई पर मैंने अपनी उस याचिका को वापस ले लिया ।
उन्होंने बताया कि इसके पीछे कारण ये था कि जब मैंने इन्वेस्टिंगेशन ज्वाइन कर ली और क्राइम ब्रांच को वो तमाम सबुत जो घटना से सम्बन्धित थे वो हेंड ओवर कर दिए तो उस याचिका का कोई अर्थ नही रह जाता था , मैंने अपनी याचिका वापस ले ली । उस याचिका के कारण ही मुझे कोर्ट का प्रोटेक्शन मिला हुआ था और जब याचिका वापस ले ली तो प्रोटेक्शन ख़त्म हो गया ।
मैंने इससे पहले ही 20 नवंबर को पटियाला हाउस कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई थी जो 21 नवंबर को मंजूर हो गई थी । यानि मुझे पहले से ही अग्रिम जमानत मिली हुई थी । पुलिस ने मुझे प्रक्रिया के तहत गिरप्तार किया क्योंकि जब तक गिरप्तार नही करेंगे तो तो बेल लागु नही होगी । इसलिए पुलिस ने वहां मुझे गिरप्तार किया और प्रक्रिया पूरी कर उस अग्रिम जमानत के तहत मुझे रिलीज कर दिया गया ।
मुझे अग्रिम जमानत मिली हुई थी । लोगो में कई तरह के भ्रम है । लेकिन ऐसा कुछ नही है । पुलिस ने मुझसे बांड भरवा कर रिलीज कर दिया । मैं दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ सहयोग कर रहा हूं।
आगे क्या होगा :-
अब सवाल कि मामले में आगे क्या होगा ? इस पर लोकेश शर्मा ने कहा - अब जो दिल्ली पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है , जो मैंने लिखित में स्टेटमेंट दिए है , जो मैंने सबूत दिल्ली पुलिस को दिए है । उन सबकी जाँच पड़ताल कर आगे बढ़ा जाएगा औ जो आरोपी मुख्य है या जो कहते है ना कि सद्यंत्र में शामिल है इस पुरे घटनाक्रम में । मैंने हमेशा कहा है कि फोन टैपिंग से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मुझे तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सरकारी आवास पर बुलाकर पैन ड्राइव देकर ये कहा था कि आप इसे मिडिया को सर्कुलेट कर दो । तो मैंने तो उनका OSD होने के नाते मैंने तो आदेशो की पालना की है ।
उन्होंने कहा - मैंने केवल पेन ड्राइव की सामग्री को प्रसारित करने के आदेशों का पालन किया है, जब पूर्व सीएम (अशोक गहलोत) जी की जांच की जाएगी जानना यदि पेन ड्राइव पर ऑडियो क्लिप अवैध रूप से या कानूनी रूप से इंटरसेप्ट किए गए थे। मेरी भूमिका यहीं समाप्त हो गई है।
राज्य की राजनीती में देखेंगे बदलाव :-
लोकेश ने कहा - मैं दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का सहयोग कर रहा हूं। वही आने वाले दिनों में आप राज्य में कुछ घटनाएं देखेंगे जो बड़े बदलाव लाएंगे राज्य में राजनीति। क्योंकि कॉल्स इंटरसेप्ट के लिए क़ानूनी प्रक्रिया नही अपनाइ गई ।
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