फोटो :फाइल फोटो
जयपुर , 03 दिसम्बर 2024
रिपोर्ट : एडिटर
राजस्थान में नगर निकाय चुनावों को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। ऐसा इसलिए कि भजनलाल सरकार ने राज्य में ‘वन स्टेट, वन इलेक्शन’ मॉडल को लागू करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है। सरकार का उद्देश्य है कि अगले साल प्रदेश के सभी निकायों के चुनाव एक साथ कराए जाएं। इसके संकेत UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने एक चैनल से बातचीत में दिए है।
एक साथ होंगे चुनाव :-
UDH मंत्री खर्रा ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश में निकाय चुनाव अलग-अलग समय पर कराने की बजाय एक साथ कराए जाएं। उन्होंने बताया कि कुछ निकायों के चुनाव अगले साल नवंबर से शुरू होकर दिसंबर और फिर अंतिम दौर जनवरी 2026 तक होने हैं। ऐसे में सरकार का प्रयास है कि सभी निकायों के चुनाव एक ही बार में करा लिए जाएं। उनके इस बयान से वन स्टेट, वन इलेक्शन मॉडल को लागू करने के संकेत मिलते हैं।
खर्रा ने बताया कि ‘वन स्टेट, वन इलेक्शन’ मॉडल को लागू करने के लिए विधिक विशेषज्ञों से विस्तृत राय ली जा रही है। उन्होंने बताया कि मामला अब राज्य के महाधिवक्ता के पास भेजा गया है। सरकार चाहती है कि यह प्रक्रिया जल्द पूरी हो ताकि चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा सके।
जयपुर, जोधपुर और कोटा में अब एक मेयर:-
उन्होंने बताया कि जयपुर, जोधपुर और कोटा जैसे बड़े शहरों में अभी दो-दो नगर निगम हैं, लेकिन सरकार अब इन शहरों में केवल एक ही नगर निगम और मेयर रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने तर्क दिया कि जब मुंबई जैसा बड़ा महानगर, जहां जयपुर जैसे 20 शहर समा सकते हैं, केवल एक निकाय से संचालित हो सकता है, तो राजस्थान के किसी भी शहर में दो निकायों की जरूरत कहा है?
उन्होंने साफ किया कि हमारा लक्ष्य प्रशासन को अधिक कुशल और प्रभावी बनाना है। एक ही निकाय के मॉडल से बेहतर प्रशासन सुनिश्चित होगा और विकास कार्यों में समन्वय बढ़ेगा।
परिसीमन के बाद चुनाव:-
बता दे कि इससे पहले सोमवार को सीकर में मीडिया से बातचीत के दौरान नगर निकाय के चुनावों से जुड़े सवाल के जवाब पर UDH मंत्री ने कहा था कि परिसीमन और वार्डों के पुनर्गठन के बाद जल्द चुनाव करवाए जाएंगे।
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