झुंझुनू , 14 अप्रेल 2025
रिपोर्ट : एडिटर
चोरी के आरोप में गिरफ्तार युवक की पुलिस हिरासत में मौत पर बवाल मच गया है । मामले की गंभीरता को देखते हुए झुंझुनूं एसपी शरद चौधरी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसएचओ से लेकर कॉन्स्टेबल तक सभी को लाइन हाजिर कर दिया है। पूर्व मंत्री गुढा ने कहा पुलिस ही चोर है ।
32 पुलिसकर्मियों को खेतड़ी थाना से पुलिस लाइन झुंझुनूं भेज दिया गया है। वही मामले की जांच जारी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।
दरसल गिरफ्तार युवक की पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ थी, जिस पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां रविवार देर रात उसने दम तोड़ दिया। मामला झुंझुनूं के खेतड़ी इलाके का है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है।
महिलाए रोने लगी :-
आदिवासी मीणा संस्थान के अध्यक्ष सुरेश मीणा के आह्वान पर दोपहर में लोग खेतड़ी थाने पहुंचे और धरना देकर बैठ गए। पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी इस धरने में पहुंचे और समर्थन दिया । गुढ़ा ने कहा - आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल में होना चाहिए । उन्होंने कहा - पुलिस ही चोर है । गुढ़ा ने कहा - पप्पू के परिजनों से पुलिस ने नही पीटने के नाम पर 2 लाख रूपये लिए थे ।
महिलाएं थाने में बैठकर रोने लगीं। परिजन पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने, एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
एसपी शरद चौधरी के अनुसार, चोरी के आरोप में अजीतगढ़ के सीपुर निवासी पप्पू राम मीणा (28) को रविवार शाम 5 बजे गिरफ्तार किया गया था। थाने में पूछताछ के दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई।
एसपी ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, पुलिस ने युवक के साथ मारपीट और टॉर्चर की बात से इनकार किया है।
उधर खेतड़ी थानाधिकारी ने गोपाल लाल ने बताया कि रवि कुमार ने 28 फरवरी को खेतड़ी थाने में मामला दर्ज हुआ था। जिसमे उसने बताया था कि करमाड़ी ढाणी में उसका मकान है। जहां 200 कट्टे ग्वार के रखे हुए थे। 110 क्विंटल ग्वार की कीमत करीब 6 लाख रुपए थी। 28 फरवरी को जब वह मकान पर गया तो ताला टूटा हुआ मिला और ग्वार के कट्टे गायब थे।
पुलिस पर आरोप :-
मृतक के पिता हनुमान प्रसाद ने आरोप लगाया कि पप्पू को हिरासत में लिए जाने वाली रात को बेरहमी से पीटा गया, जिससे उसके पैरों में सूजन आ गई थी और वह चलने-फिरने की हालत में नहीं था। इसके बाद पुलिस ने उसे खेतड़ी थाने की बजाय निजामपुर मोड़ चौकी में एक कमरे में बंद कर दिया था और कोर्ट में भी पेश नहीं किया।
पिता ने आरोप लगाया कि पप्पू को छोड़ने के बदले पुलिसकर्मियों ने दो लाख रुपए की मांग की थी। पप्पू के खिलाफ दो साल पहले अमरसर थाने में चोरी की एक भैंस खरीदने का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन पुलिस अब उसे बेवजह इस मामले में घसीट रही थी।
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