फोटो : फाइल फोटो
सीकर , 03 जुलाई 2025
रिपोर्ट : एडिटर
संभाग और जिला छिनने के बाद अब तहसील और उपखंड कार्यालयों की समीक्षा ने शेखावाटी के लोगों की चिन्ता बढ़ा रही है। सरकार ने तहसील और उपखंड कार्यालयों के संदर्भ में वर्ष 2007 में निर्धारित गाईडलाईन का हवाला दिया है।
अगर यह गाईडलाईन लागू होती है तो जिले में नवगठित नेछवा, रींगस तथा रामगढ़-शेखावाटी से तहसील का दर्जा छिन सकता है। इस बारे में सरकार की राज्य प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन सलाहकार समिति के सचिव राजनारायण शर्मा ने जिला कलक्टर से 3 जुलाई तक अंतिम रिपोर्ट मांगी है।
इसलिए बढ़ी चिन्ता:-
नेछवा तहसील में 15, रींगस में 16 जबकि रामगढ़-शेखावाटी में 13 पटवार मण्डल ही है। पत्र में जिला कलक्टर से इन तहसीलों को मूल इकाई (पूर्व में जिन तहसील इकाईयों में शामिल थी) में विलय किए जाने के बारे में टिप्पणी सहित रिपोर्ट 3 जुलाई तक मांगी है। इस रिपोर्ट के बाद अगर वर्ष 2007 के मानदण्डों को आधार बनाकर कार्यवाही की गई, तो जिले की नेछवा, रींगस तथा रामगढ़-शेखावाटी से तहसील का दर्जा छिनना लगभग तय है।
बता दे कि राज्य प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन सलाहकार समिति के सचिव राजनारायण शर्मा की ओर से 25 जून को जिला कलक्टर को इस मामले में पत्र भेजा गया। इसमें बताया कि राजस्व मण्डल अजमेर की ओर से 19 अप्रेल 2007 को राजस्व इकाईयों (तहसील तथा उपतहसील) के सृजन तथा पुनर्गठन के लिए मानदण्ड निर्धारित किए थे। इसके अनुसार तहसील के लिए 30 पटवार मण्डल जबकि उपतहसील के लिए 15 पटवार मण्डल होने आवश्यक है।
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