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दिल्ली , 28 जुलाई 2025
रिपोर्ट : एडिटर
लोकसभा में आज दोपहर से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा, "हमारे डिफेंस सिस्टम, काउंटर ड्रोन सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट ने पाकिस्तान के हमले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। पाकिस्तान हमारे किसी भी टारगेट को हिट नहीं कर पाया। हमारी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद थी और हर हमले को हमारे द्वारा रोका गया। मैं इसके लिए भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों की जमकर सराहना करता हूं, जिन्होंने दुश्मन के मंसूबों पर पानी फेर दिया।"
रक्षा मंत्री ने कहा, "जब हमने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को सबक सिखाया था, मैं उस समय की सरकार को बधाई देता हूं। हमने तब अपने राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की प्रशंसा की थी। हमने यह नहीं देखा कि वह किस पार्टी की सरकार थी या क्या विचारधारा थी। हमारे नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद में उस समय के नेतृत्व की प्रशंसा की थी। हमने यह नहीं पूछा कि उन्हें(पाकिस्तान) सबक सिखाते समय कितने भारतीय विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए, कितने उपकरण बर्बाद हुए, हमने तब भी यह सवाल नहीं पूछा।"
उन्होंने कहा कि विपक्ष पूछ रहा है कि युद्ध में हमारे कितने फाइटर जेट गिरे? उन्होंने यह नहीं पूछा कि हमारे सशस्त्र बलों ने दुश्मनों के कितने जेट गिराए? परीक्षा में रिजल्ट की अहमियत होती है। कितनी पेंसिल टूटी या पेन गुमे, यह पूछना बेईमानी है।
विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि हम सरकार से सवाल पूछेंगे। देश जानना चाहता है कि 5 दहशतगर्द पहलगाम में कैसे घुसे? उनका क्या मकसद था? सरकार कहती है हमारा मकसद युद्ध नहीं था। हम जमीन पर कब्जा करना नहीं चाहते थे। हम पूछेंगे, क्यों नहीं था। होना चाहिए था। PoK आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे।'
गोगोई ने कहा, "पूरा देश और विपक्ष पीएम मोदी का समर्थन कर रहा था। अचानक 10 मई को हमें पता चला कि युद्धविराम हो गया है ये क्यों हुआ? हम पीएम मोदी से जानना चाहते थे कि अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था, तो आप रुके क्यों और किसके सामने झुके? अमेरिकी राष्ट्रपति 26 बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम के लिए मजबूर किया।'"
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